PM Modi Varanasi Visit 2025: पीएम मोदी ने दिया ट्रंप को जवाब, बोले- जो भारत के हित में होगा वही काम होगा
Written by : Ashutosh Viplaw
Hamari Awaaj: प्रधानमंत्री ने PM Modi Varanasi Visit में अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ वाले बयान पर स्पष्ट शब्दों में कहा कि भारत वही करेगा जो भारत के हित में होगा। वैश्विक अस्थिरता के इस दौर में देश को अपने हितों के प्रति सजग रहना अनिवार्य है।

पीएम मोदी का वाराणसी दौरा – एक नजर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने 51वें दौरे पर 2025 में काशी (वाराणसी) पहुँचे। इस दौरे के दौरान उन्होंने 565.35 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली 14 परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया।
- किसान सम्मान निधि की 20वीं किस्त हुई जारी
- IIT BHU में मालवीय उत्कृष्टता केंद्र का शुभारंभ
- बनारस रेल इंजन कारखाना में 98% स्वदेशी कल-पुर्जों के उपयोग की सराहना
- रक्षा अनुसंधान के लिए नई योजनाओं की शुरुआत
आत्मनिर्भर भारत की ओर एक और कदम
प्रधानमंत्री मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर का हवाला देते हुए भारत में निर्मित रक्षा हथियारों की सफलता को साझा किया। उन्होंने कहा:
“हमारे ब्रह्मोस मिसाइल, वायु रक्षा प्रणाली और ड्रोन्स ने दुनिया को आत्मनिर्भर भारत की ताकत दिखाई।”
बनारस रेल इंजन कारखाना अब लगभग 98% कल-पुर्जे देश में निर्मित कर रहा है, जो एक दशक पहले मात्र 20% था। इससे भारत की विदेशी उपकरणों पर निर्भरता कम हो रही है।
ट्रंप को अप्रत्यक्ष जवाब – भारत पहले
प्रधानमंत्री ने वैश्विक व्यापार और टैरिफ को लेकर अमेरिकी नेता डोनाल्ड ट्रंप को अप्रत्यक्ष रूप से जवाब देते हुए कहा:
“हम वही करेंगे जो भारत के हित में होगा।”
यह बयान सीधे तौर पर भारत की विदेश नीति और आर्थिक आत्मनिर्भरता की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
रक्षा उत्पादन और स्वदेशी पहल को मिली रफ्तार
IIT BHU में मालवीय उत्कृष्टता केंद्र स्थापित किया है यह न केवल तकनीकी शिक्षा में मदद करेगा, बल्कि रक्षा अनुसंधान को भी बढ़ावा देगा।
- रक्षा अनुसंधान के लिए ₹69 करोड़ का निवेश
- DRDO के सहयोग से उच्च गुणवत्ता वाले उपकरणों की डिजाइन
- पाउडर धातुकर्म, AI, मशीन लर्निंग पर आधारित तकनीकें

दुर्लभ पृथ्वी तत्वों की खोज – भविष्य की तैयारी
दुर्लभ पृथ्वी तत्व जैसे रासायनिक तत्व मोबाइल, ईवी, परमाणु रिएक्टर और रक्षा उपकरणों में उपयोग होते हैं। भारत अब इनकी खोज और उत्पादन में आत्मनिर्भर बनने की दिशा में तेजी से काम कर रहा है।
- BHU समेत 10 बड़े विश्वविद्यालयों में रिसर्च शुरू
- चीन और अमेरिका पर निर्भरता को कम करने का प्रयास
लोकल के लिए वोकल – सिर्फ नारा नहीं, एक अभियान
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में “वोकल फॉर लोकल” को केवल एक नारा नहीं बल्कि आत्मनिर्भर भारत की आत्मा बताया।
“हमें वही चीजें खरीदनी चाहिए जो भारतीयों द्वारा बनाई गई हों। यह समय है लोकल के लिए वोकल बनने का।”
565 करोड़ की लागत वाली 14 परियोजनाओं का उद्घाटन
काशी में आयोजित कार्यक्रम में PM Modi Varanasi Visit के तहत पीएम मोदी ने 565 करोड़ की लागत वाली 14 परियोजनाओं का उद्घाटन किया और किसान सम्मान निधि की 20वीं किस्त जारी की।
- प्रधानमंत्री ने कहा, “आज काशी समेत पूरा देश लोकल के लिए वोकल बन रहा है। हमें यह संकल्प लेना होगा कि हम वही वस्तुएं खरीदेंगे जो भारत में बनी होंगी। इससे देश की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी।”
- उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनते देखना चाहते हैं, उन्हें दलगत राजनीति से ऊपर उठकर स्वदेशी को बढ़ावा देना चाहिए।
इस अवसर पर पीएम मोदी ने युवा उद्यमियों और शोधकर्ताओं को भी आह्वान किया कि वे ड्रोन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग के माध्यम से नए-नए नवाचार करें। देश में 75 से अधिक स्टार्टअप पहले ही इस दिशा में उल्लेखनीय कार्य कर चुके हैं।

✅ निष्कर्ष: आत्मनिर्भर भारत की ओर मजबूत कदम
PM Modi Varanasi Visit का संदेश साफ था—रक्षा उत्पादन, दुर्लभ पृथ्वी तत्वों की खोज और स्वदेशी वस्तुओं के उपयोग के माध्यम से भारत को आत्मनिर्भर बनाना ही सरकार का प्रमुख लक्ष्य है।
पीएम मोदी का वाराणसी दौरा केवल परियोजनाओं का उद्घाटन नहीं था, बल्कि यह देश को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक स्पष्ट विजन था। उनके भाषणों में विदेश नीति, स्वदेशी रक्षा प्रणाली, आर्थिक स्वतंत्रता और लोकल प्रोडक्ट्स के लिए समर्थन की झलक स्पष्ट थी।
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